सबसे पहले जागें हम
![]() |
Sabse pehle jaagein ham |
भारी, बेहद भारी
पड़ने वाली है यह हिंसा
अधिक दिनों तक
रह न पायेगी
असुरों की सत्ता
निर्दयता से भगवा को
जिस-जिसने लहू-लुहान किया
अपने कृत्यों से उन सब ने
मृत्यु का आह्वान किया
धीरज धर हो शक्ति साधना
अब अन्याय न करें सहन
सर्वनाश कर दें अधर्म का
जहाँ-जहाँ भी धरें चरण
किन्तु धर्म के लिये
आसुरी संपद पहले त्यागें हम
जग से तिमिर मिटाने को
सबसे पहले जागें हम
©Adarsh Kumar Patel
©Adarsh Kumar Patel
* पालघर हिंसा में दिवंगत आत्माओं को विनम्र श्रद्धांजलि।
एक टिप्पणी भेजें
Please share your valuable comments.